STORYMIRROR

Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Others

4  

Dr pratap Mohan Bhartiya Bhartiya

Others

खामोश प्यार

खामोश प्यार

1 min
40


वो मुझे दिल से

है चाहती 

परंतु कुछ नहीं बोलती

उनकी ख़ामोशी

सब कुछ है बोलती।

   

उनके सामने हम

कुछ न बोल पाये

पर हमारी ख़ामोशी

ने सब कुछ बयां कर दिया।

   

दस्तक और आवाज

से कान सुनते हैं

केवल रुह वाले ही

खामोश प्यार को

समझते हैं।

   

प्यार में ख़ामोशी

नहीं होती बेवजह

खोजने से मिलती

है इसकी वजह।

   

सच्चा प्यार खामोश

रहता है

सब कुछ सहता है

पर कभी

कुछ नहीं कहता है।

   

उनकी ख़ामोशी में

भी प्यार

झलकता है

दिल उनसे मिलने

के लिए तरसता है।

    

जरुरी नहीं

कि सब कुछ मुँह

से बोला जाय

सच्चे आशिक

ख़ामोशी की

भाषा भी

समझते हैं।



Rate this content
Log in