जयति भारत मातरम्
जयति भारत मातरम्
जय-जय-जय जग नायकं, जय-जय जग सुख दायकं।
जयति भारत मातरम् ,जयति भारत मातरम्।।
जय सर्वधर्म समाहितम्, जय सर्वजन सुखकारकं।
जय ज्ञान-विज्ञान प्रकाशितम्,जय अखिल विश्व प्रकाशकम्।।
जय संस्कृतिं उजागरं, जय स्नेह,सभ्यता सागरं।
जय हीरा-कुंदन शोभितम्,जय सुर-नर-मुनि मन मोहितं।।
जय प्रकृति सर्वदा शुरभितं,जय सुरसरिता पूजितं।
जय हिमगिरि तव रक्षकं,जय दुष्टाणां भक्षकं।।
जय योगस्य प्रचारकं,जय जननी सब साधकं।
जय विश्वगुरु चिर परिचितम्,जय योगगुरु जग पूजितं।।
जय वीरं सुत जायकं,जय महादानी उपजायकं।
जय धर्माणां रक्षकं, जय संस्कारं शिक्षितं।।
जय अखिल विश्व पुलकित कृतं,जय शांति प्रेमरस सागरं।
जय 'हरि' हिय सुखदायकम्, जय-जय-जय जगनायकं।।