एक स्वघोषित साहित्यकार, प्रेरक ,वक्ता एवं राष्ट्रवादी कवि
जय-जय-जय जग नायकं, जय-जय जग सुख दायकं। जयति भारत मातरम् ,जयति भारत मातरम्।। जय-जय-जय जग नायकं, जय-जय जग सुख दायकं। जयति भारत मातरम् ,जयति भारत मातरम्।।
लिखने लगे दास्तान दिल की, दुखड़े सुनाकर क्या करें ? बोलो मेरे हमसफ़र लिखने लगे दास्तान दिल की, दुखड़े सुनाकर क्या करें ? बोलो मेरे हमसफ़र
जब भरे आगोश में तुम, दिल की धड़कन थम गई थी। अब छुड़ाते हाथ क्यों हो? बाहों में आने के बाद। जाने ... जब भरे आगोश में तुम, दिल की धड़कन थम गई थी। अब छुड़ाते हाथ क्यों हो? बाहों मे...
तुम एक दिन मेरे सामने, घंटों तक बैठे रहे। तुम हमको देखते एकटक, मैं बेबस देख ना पाता। मिली तुमसे नि... तुम एक दिन मेरे सामने, घंटों तक बैठे रहे। तुम हमको देखते एकटक, मैं बेबस देख ना ...
सिर्फ इतनी बात पर , सदके हुआ जाता है दिल। जिससे मिल जाती हैं नजरें, उससे मिल जाता है सिर्फ इतनी बात पर , सदके हुआ जाता है दिल। जिससे मिल जाती हैं नजरें, उसस...
मिले तुमसे जो हम, तुमसे दिल मिल गया। हम लगाना ना चाहे, मगर क्या करें? मिले तुमसे जो हम, तुमसे दिल मिल गया। हम लगाना ना चाहे, मगर क्या करें?