Avinash Pankaj
Others
आशाओं और उम्मीदों से भर
भटकते हो यूँ ही दरबदर
चिंता है इहलोक की हर क्षण
क्या बस यही है जीवन??
बेफिक्र हो अय्याशियों में
जिंदगी मिलेगी ना दोबारा कहते हो
आँखें मूंद किस तथ्य को नकारना
जीवन और मैं
साक्षात्कार
हमारे प्रश्न ...
मेरी रचना म...
जीवन
प्रेम के पंथ