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ज़िद
ज़िद
ज़िद
ज़िद
अधिक याद नहीं
पर बताती है स्कूल
नहीं जाने की की ज़िद
कोई वहां भाता नहीं था
माँ बताती थी
तुम को स्लेट भी पकड़ने
में दिक्कत होती थी
पलंग के नीचे छिपना
और स्कूल जाकर
वैसे ही वापिस आना
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