दीप खुशियों के घर में सदा जगमगाएँ दीप खुशियों के घर में सदा जगमगाएँ
चिराग...। चिराग...।
एक फीकी दीवाली की कहानी एक फीकी दीवाली की कहानी
मन में हो तरंग, तब दिवाली होती है। मन में हो तरंग, तब दिवाली होती है।
चलिए इस दीवाली बांटे खुशियाँ, तो मानूँ चलिए इस दीवाली बांटे खुशियाँ, तो मानूँ
दीप जला हुआ, उजियारा मन हुआ विभोर, दीपपर्व है मना रहे, इत उत सब चहु ओर ! दीप जला हुआ, उजियारा मन हुआ विभोर, दीपपर्व है मना रहे, इत उत सब चहु ओर !