बारिश की बूंदे बरसती हैं...। बारिश की बूंदे बरसती हैं...।
वो जो कम अक्ल थे वो सबके चहिते हो गए हम जरा होशमंद थे तो, सबकी आंख में खटक गए। वो जो कम अक्ल थे वो सबके चहिते हो गए हम जरा होशमंद थे तो, सबकी आंख में...
मनवा भया फ़कीर , अब डर काहे का I मनवा भया फ़कीर , अब डर काहे का I