हर एक पल एक किस्सा है
हर एक पल एक किस्सा है
हम हमेशा हर एक पल को
अच्छा और बुरा होने का दावा करते है,
लेकिन सच मानो, तो हर पल एक किस्सा है
हमें रास्ता दिखाने का एक प्यारा हिस्सा है ।
सुना है रास्ते होते नहीं, बनाने पड़ते हैं?
सच ही तो है...
आखिर अच्छे और बुरे पल ही रास्ते के किससे हैं
लक्ष्य तो एक बहाना है, रास्ता ही जीवन का प्यारा हिस्सा है।
पलों को अच्छा मानो तो ख़ुशियाँ,
बुरा मान लो तो क्षण भर दुःख की घड़ियाँ।
मैं यह नहीं कहती की चिंता बेकार है
लेकिन चिंता करते हुए अच्छे पलों को
बिगाड़ना कहाँ की समझदारी है?
पल तो आते जाते हैं
कभी ख़ुशियाँ , कभी निराशा लाते
tyle: normal; font-variant-ligatures: normal; font-variant-caps: normal; font-weight: 400; letter-spacing: normal; orphans: 2; text-align: left; text-indent: 0px; text-transform: none; white-space: normal; widows: 2; word-spacing: 0px; -webkit-text-stroke-width: 0px; background-color: rgb(255, 255, 255); text-decoration-style: initial; text-decoration-color: initial; display: inline !important; float: none;">हैं ।
लेकिन मान लो इन्हें किस्सा जब,
हमें यह बात याद दिलाते हैं कि..
हर रोज़ सूरज की किरणें, नया विश्वास जगाते हैं!
तात्पर्य बस इतना ही, बुरा या अच्छा कोई पल नहीं
पल तो बस जीने का ज़रिया है,
मान लो इन्हें किस्सा अगर...
तो ज़िंदगी सच में बहार है।