होली आने वाली है
होली आने वाली है
चौराहे पर सजी लकड़ियों के
चारों ओर बंधी गोबर की माला
होली का पावन पर्व आने की
दिल में जलाती सांकेतिक ज्वाला।
छातों पर चढ़े बच्चे
हाथों में थामे गुब्बारा
होली आने वाली है
कहके मारें पानी की धारा।
गुलाल से भरीं दुकानों में
टंगीं मेवे वाली होली की माला
होली आने के संदेश से
खुले सबके ह्रिदयों का ताला।
प्राकृतिक फूलों के रंगों ने
सारी प्रकृति को रंग डाला
खेलेगी होली प्रकृति भी
चारों ओर फैलेगा उजाला।
अभी तो केवल आगाज़ है
अंजाम कितना होगा निराला
होली आने वाली है
ऐसा झूम के कहे दिलवाला।।
