हिन्दी कविता -बंगाल पाकिस्तान
हिन्दी कविता -बंगाल पाकिस्तान
बने सरकार जिसकी भारत मान कम न होने पाये
बढ़े दुनिया सम्मान स्वाभिमान कम न होने पाये
छूटा था देश विकाश काम अधूरा जहाँ पर पहले
रोका था दुश्मनों सीमा से बाहर जहाँ पर पहले
हो काम वही से आतंक घमासान कम न होने पाये
बाकी है पूरी करना जरूरत की चीजे अभी भी
युवाओं रोजगार किसानो बहार बाकी अभी भी
बाद बाधाओ निर्माण मंदिर श्रीराम न रुकने पाये
बने जन्नते कश्मीर बदले लोगो की तक़दीर वहाँ
पत्थरों हाथों देना कलम देशभक्ति तकरीर वहाँ
दुश्मनों गद्दारो देना देश अंजाम न रुकने पाए
कवियों कलाकारो क्रांतिवीरो भूमि बंगाल लाल हो गई
हत्याओ हंगामा साजिशों से सियासत बेहाल हो गई
राष्ट्रगान की जननी बंगाल पाकिस्तान न होने पाये
विकास जरूरी खुला आसमान जरूरी सुरक्षा पहले है
बुनियादी सुविधायें पानी बिजली सड़क रक्षा अहले है
शिक्षा स्वास्थ चिकित्सा सुविधा आवाम कम न होने पाये
