हे नारी तेरी बात करूँ क्या
हे नारी तेरी बात करूँ क्या
हे नारी तेरी बात करूँ क्या
छोटा मुँह बड़ी बात कहूँ क्या
जग का पालन करने वाली
दुर्गा माँ से तुलना करूँ क्या
हे नारी तेरी बात करूँ क्या, छोटा मुँह बड़ी बात कहूँ क्या।।
दया करुणा की तू धनी है
क्षमा की देवी तुझकों कहूँ क्या
क्रोध में भयंकर रूप बनाती
काली माँ का अवतार करूँ क्या
हे नारी तेरी बात करूँ क्या, छोटा मुँह बड़ी बात कहूँ क्या।।
तेरी सामर्थ्य का ज्ञान ना कोई
लक्ष्मी माँ का तुझे रूप कहूँ क्या
उजड़े घर को तू सजा दे
खुशियों की सौगात कहूँ क्या
हे नारी तेरी बात करूँ क्या, छोटा मुँह बड़ी बात कहूँ क्या।।
दामन पे तेरे अँगुली उठाये जो
उस मूर्ख की मै बात कहूँ क्या
गूंगे बहरे को सुनाई जो देती
अनसुनी ध्वनि की आवाज कहूँ क्या
हे नारी तेरी बात करूँ क्या, छोटा मुँह बड़ी बात कहूँ क्या।।
मनमोहक तेरी सुंदरता ऐसी
मोहिनी की तुम्हें सखी कहूँ क्या
मीठी तेरी वाणी इतनी
माँ सरस्वती की आवाज कहूँ क्या
हे नारी तेरी बात करूँ क्या, छोटा मुँह बड़ी बात कहूँ क्या।।