द्वादश ज्योतिर्लिंग
द्वादश ज्योतिर्लिंग
बोलबम बोलबम के नारों से देवघर गूँज जावे
जब कांवरिया बाबा वैघनाथ को जल चढावे।
गुजरात के सौराष्ट्र में भव्य मंदिर सोमनाथ का
कहते है कि है पहला ज्योतिर्लिंग ये संसार का।
चार तीर्थों में एक श्रीकृष्ण का द्वारिका धाम
समीप नागेश्वर महादेव की आरती सुबह शाम।
नासिक में त्र्यम्बकेश्वर मंदिर को जो भक्त जावे
ब्रह्मा विष्णु महेश तीनों के लिंगरूपी दर्शन पावे।
मोटेश्वर महादेव का होता यहाँ पूजन अर्चन
पुणे में विराजते भीमाशंकर रुप में भगवन।
महाराष्ट्र के सम्भाजी का प्रसिद्ध घृष्णेश्वर मंदिर
ऐलोरा गुफाओं के समीप स्थित अंतिम ज्योतिर्लिंग।
हैदराबाद श्रीसेल्लम की कृष्णा नदी में कर स्नान
मल्लिकार्जुन मंदिर में लगाओ महादेव का ध्यान।
तमिलनाडु में रामेश्वरम के संस्थापक श्रीराम
राम पूजे महादेव को महादेव पूजे प्रभु राम।
उज्जैन के दक्षिणमुखी महाकालेश्वर का भव्य वर्णन
किया महाकवि कालीदास ने मेघदूत में मनोहर चित्रण।
मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में बहती पावन नदी नर्मदा
मंधाता द्वीप पर पिनाकी ओंकारेश्वर का निवास सदा।
उतराखंड हिमालय के शिखर पर विराजते केदारनाथ
पाँच नदियों के संगम पर बैठे पहाडियों बीच भोलेनाथ।
बाबा विश्वानाथ की नगरी में तुलसी कबीर प्रेमचंद
रविदास जयशंकर बिस्मिल्लाह मालवीय औ' गंगा तट।
