दिनेश कुमार कीर
Children Stories Drama Romance
जीतना परखा उन्हें हमने
वो हमसे बेगाने हो गये।
वहां उनकी मोहब्बत कम हुई
यहां हम दीवाने हो गये।
हासिल हुआ न कुछ भी इस खेल में,
शम्मा जलती रही और हम परवाने हो गये।
लगाया दिल और फेर ली फिर नजरें उसने,
जुदा हुए और फिर अंजाने हो गये।
परिणीति
भारत के वीर
हम बच्चे हैं ...
झंडा ऊँचा रहे...
बरसात की सुबह
बरसात की शाम
मुस्कराहट
चांद
ज़िन्दगी
माँ