बस! इतना सा ख़्वाब है साहब
बस! इतना सा ख़्वाब है साहब
1 min
152
ना चाह कोई ना अज़ाब है साहब
जो आप हमारे अहबाब हैं साहब
आप ही का तो अक्स है...
ऊपर ! जो महताब है साहब...
फिलहाल याद ना आइये आप
पहले से दिमाग खराब है साहब
जान तो मीरो-गालिब की,
बस यही .... शराब है साहब
फ़कीर बना जो फिरता दर-दर
सच पूछो! तो नवाब है साहब
चुप दरिया ये बता रहा है...
आने वाला... सैलाब है साहब
आपसे क्या सवाल करें हम
हम तो खुद लाजवाब हैं साहब
उपर वाला रुठ गया है....
उपर वालों का दाब है साहब
'साहब' को मिलूँ साहब बनकर
बस! इतना सा ख़्वाब है साहब
आप जो हमको मिलें एक दिन
सबसे बड़ा.... खिताब है साहब
आँख में जो दबा हुआ था ,
वही आब बना तेज़ाब है साहब
फुर्सत में पढ़ियेगा दिल को अपने
वहां... मेरी एक किताब है साहब
