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मैंने कहा था, न... स्तब्ध कर देना मेरा...!! मैंने कहा था, न... स्तब्ध कर देना मेरा...!!
जब.. "क्षितिज, मेरी स्याही से निकल कर उभर आएगा वास्तव में यहीं कहीं या दूर जब.. "क्षितिज, मेरी स्याही से निकल कर उभर आएगा वास्तव में यहीं कही...
चुप दरिया ये बता रहा है... आने वाला... सैलाब है साहब आपसे क्या सवाल करें हम हम तो खुद ... चुप दरिया ये बता रहा है... आने वाला... सैलाब है साहब आपसे क्या सवाल कर...
रचना का शीर्षक होगा- यात्रा... चांद की चांद के साथ। रचना का शीर्षक होगा- यात्रा... चांद की चांद के साथ।
एक शिद्दत से, एक लम्बे इंतज़ार के बाद बिल्कुल मेरी तरह एक शिद्दत से, एक लम्बे इंतज़ार के बाद बिल्कुल मेरी तरह