तभी समाज ओर देश आगे बढ़ता है, पढ़ेगी बेटी तभी तो देश बढ़ेगा। तभी समाज ओर देश आगे बढ़ता है, पढ़ेगी बेटी तभी तो देश बढ़ेगा।
गुमशुम, मासूम सा बच्चा सपने बुन के चला था। गुमशुम, मासूम सा बच्चा सपने बुन के चला था।