बिखरा पड़ा हूँ, मुझे इस तन्हाई में बिखर जाने दो...। बिखरा पड़ा हूँ, मुझे इस तन्हाई में बिखर जाने दो...।
शब्द भी लिखे पुरुष के त्याग भाई के पवित्रता और निश्छल पिता के प्रेम पे। शब्द भी लिखे पुरुष के त्याग भाई के पवित्रता और निश्छल पिता के प्रेम पे।