माँँ कसम ! क्या गरम है रे भाई ! माँँ कसम ! क्या गरम है रे भाई !
मायूसी दिल की कायम है पता ही नही चला ! मायूसी दिल की कायम है पता ही नही चला !
वृक्ष हमारी रक्षा करते हम उनको ना बख़्शा करते। तिल-तिल जलते सूर्यताप में वृक्ष किनारे सुस्ता कर... वृक्ष हमारी रक्षा करते हम उनको ना बख़्शा करते। तिल-तिल जलते सूर्यताप में वृ...
मैं बेकार हूँ दहेज नही दे सकता यही तो दुराचार है । मैं बेकार हूँ दहेज नही दे सकता यही तो दुराचार है ।
जनसंख्या दिन मनाना है जनसंख्या को रोकना है...! जनसंख्या दिन मनाना है जनसंख्या को रोकना है...!
कुर्सी के पीछे है सब भागे, लालच और लोभ में सब बने गूंगे और अंधे,।। कुर्सी के पीछे है सब भागे, लालच और लोभ में सब बने गूंगे और अंधे,।।