विनाश सदैव विकल्प है प्रथम खटकाओ सभी द्वार...! विनाश सदैव विकल्प है प्रथम खटकाओ सभी द्वार...!
यदि संभव हो तो महाभारत के काल में जाना चाहूंगी। यदि संभव हो तो महाभारत के काल में जाना चाहूंगी।
लगता है, उनकी आहें, नहीं पहुँचती, तुम तक, नहीं तो तुम जैसा, न्याय प्रिय, नारी सम्मान का रक्षक, रुक प... लगता है, उनकी आहें, नहीं पहुँचती, तुम तक, नहीं तो तुम जैसा, न्याय प्रिय, नारी सम...
मुझे घसीटते हुए इस सभा में लाया गया, मेरे मान को कुचला गया। मुझे घसीटते हुए इस सभा में लाया गया, मेरे मान को कुचला गया।