अबीर गुलाल न लगईबे कान्हा रंग तोहसे न लगईबे कदम की डलिया काहे चढ़ी जाला मारी कंकरिया गगरिया फोड़... अबीर गुलाल न लगईबे कान्हा रंग तोहसे न लगईबे कदम की डलिया काहे चढ़ी जाला मार...
तीनों लोक सुधारी तू मदन मुरारी पुजाला| गिरधारी रंगवा लगाई भिंजावे कोरी चुनरिया| तीनों लोक सुधारी तू मदन मुरारी पुजाला| गिरधारी रंगवा लगाई भिंजावे कोरी चुनरिया|
सुना भईले ब्रिन्दा हो वनवा चढ़ी अईले मस्त फागुन महीनवा कासे खेलु मै होली रंगरसिया ना आए सखिया सहेल... सुना भईले ब्रिन्दा हो वनवा चढ़ी अईले मस्त फागुन महीनवा कासे खेलु मै होली रंगरसि...
जी करता है उसकी आँचल मे सो जाऊं, उसे छूकर मै भी सितल हो जाऊ। सावन सी हरियाली जिसकी, सेवा करत... जी करता है उसकी आँचल मे सो जाऊं, उसे छूकर मै भी सितल हो जाऊ। सावन सी हरिया...