अतीत का आवरण ओढ़े वर्तमान में जीती हूं, थोड़ा बहुत लिखती हूं, बहुत ज़्यादा पढ़ती हूं.. ना किसी से द्वेष, ना किसी से ईर्ष्या.. प्रेम से भरा एक कोना हैं मेरा, जिस में..मैं रहती हूं।।
भाई.. दूर रहना इससे, सिर्फ़ शक़्ल सुंदर है अज़ीब पढ़ाकू, घुन्नी, घमंडी लड़की है। भाई.. दूर रहना इससे, सिर्फ़ शक़्ल सुंदर है अज़ीब पढ़ाकू, घुन्नी, घमंडी लड़की है।
बहुत सी अधूरी कहानी है जो हम दोनों को पूरी करनी हैं। बहुत सी अधूरी कहानी है जो हम दोनों को पूरी करनी हैं।
कमरे से निकलते समय लगा मैं अपने अतीत की इन कड़वी यादों से भी निकल गयी हूं मेरा मन साफ़ ह कमरे से निकलते समय लगा मैं अपने अतीत की इन कड़वी यादों से भी निकल गयी हूं मेरा मन...
एक फौज़ी की पत्नी विधवा नहीं होती वो तो सदा सुहागन रहती है। उस से भाग्यशाली औरत कौन होगी जिसका पति अ... एक फौज़ी की पत्नी विधवा नहीं होती वो तो सदा सुहागन रहती है। उस से भाग्यशाली औरत ...
अपने सपनों को पूरा करने के पक्के इरादे ले कर मुखिया की हवेली की तरफ़ चल दिया। अपने सपनों को पूरा करने के पक्के इरादे ले कर मुखिया की हवेली की तरफ़ चल दिया।
माँ हमें हर तकलीफ़ से बचाती है, माँ से बड़ा कोई नही.... वो कहते है भगवान हर जगह नही जा सकते तो उन्हो... माँ हमें हर तकलीफ़ से बचाती है, माँ से बड़ा कोई नही.... वो कहते है भगवान हर जगह ...