I'm Sobhit and I love to read StoryMirror contents.
ये तेरी मेरी है कहानी दोस्त तू है मेरी जिंदगानी। ये तेरी मेरी है कहानी दोस्त तू है मेरी जिंदगानी।
चीं-चीं कर अपनी माँ को बुलाते, चीं-चीं कर अपनी माँ को बुलाते,
अपनी दुनिया में लौट जाते हैं वे आसानी से अपनी दुनिया में लौट जाते हैं वे आसानी से
मूक ह्रदय पीड़ा सहो किसी से अब कुछ न कहो कौन अपना कौन पराया दिखती है बस प्रतिच्छाया! मूक ह्रदय पीड़ा सहो किसी से अब कुछ न कहो कौन अपना कौन पराया दिखती है बस...
मनाने की हद भी खत्म हो बैठी है। मनाने की हद भी खत्म हो बैठी है।