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ಸ್ನೇಹಿತರೊಂದಿಗೆ ಹಂಚಿಕೊಳ್ಳಿमिशा ने संजना को जमीन से उठाया और नीचे ले गई और कमरे में ले जाकर लेटा दिया
Submitted on 22 Oct, 2020 at 09:40 AM
सामने चांटा मारा था और श्यामा काकी के कहने पर अजय को राघव जी से मांफी मांगनी पड़ी!
Submitted on 05 Sep, 2020 at 17:44 PM
अपनी मम्मी के सामने विकलांगता के ऊपर एक प्रश्न छोड़कर।
Submitted on 01 Sep, 2020 at 09:54 AM
मुझे लगा आपको सुनकर तकलीफ़ पहुँचेगी, क्या सोचोगे आप लोग
Submitted on 28 Aug, 2020 at 06:39 AM
थोड़ी देर किचन में खड़े हुए गर्मी में आफत लग रही थी मुझे
Submitted on 01 Jul, 2020 at 09:52 AM
जो और भी खतरनाक था, माही और तपस्या को माला ने नहीं मारा।
Submitted on 04 May, 2020 at 07:50 AM
किसी का पति मरे, तो औरत का क्या दोष इसमें; जीना मरना हमारे हाथ में है क्या।
Submitted on 16 Apr, 2020 at 03:46 AM
तुझ से कुछ पूछा मैंने, चुपचाप स्कूल चलो और आज के बाद मुझसे तमीज से बात करना
Submitted on 09 Apr, 2020 at 14:15 PM
कहानी तो खत्म हो गई पर एक सवाल छोड़ गई कि आखिर ये अपशगुन होता क्या है? अर्पित का एक्सि
Submitted on 12 Feb, 2020 at 15:45 PM
समझ नहीं आता, कि कुछ लोगों को दूसरों को दुख देकर क्या मिलता है;
Submitted on 14 Jan, 2020 at 03:31 AM
"आज तूने मेरी पुरानी अनीता लौटा दी, जिसको मैं काफी समय से ढूंढ रहा था,
Submitted on 10 Jan, 2020 at 15:40 PM
" हां सर, चलिए।" रमन ने कहा। और सब वहां से चले जाते हैं।
Submitted on 10 Jan, 2020 at 09:31 AM
अभी तुम्हारी इज्ज़त नहीं करता, कल को अपनी पत्नी या किसी भी औरत की इज्जत नहीं करेगा; तो उसकी लाइफ में प्रॉब्लम्स आएंगी, ज...
Submitted on 08 Jan, 2020 at 19:31 PM
खुद के माॅं-बाप की या दादा-दादी की शादी हमारे सामने हो सकती है...? नहीं...? क्यों...? अरे इस सतरंगी दुनिया में कुछ भी हो...
Submitted on 29 Dec, 2019 at 15:53 PM
रमन ने जवाब दिया और सब लोग खंडहर के लिए निकल पड़ते हैं।
Submitted on 29 Dec, 2019 at 05:32 AM
रागिनी की मां - "ये आप क्या कह रही है बहनजी।" मालिनी - "जो कह रही हूं बिल्कुल सही कह रही हूं; ये लड़की अपशगुनी निकली ...
Submitted on 25 Dec, 2019 at 19:01 PM