मैं मूल रूप से हिंदी मैं लिखता हूँ जिसकी प्रेरणा मुझे मेरे आस पास के अनुभवों से मिलती है| मेरी कविताओं का एक छोटा सा संग्रह "एहसास " के नाम से "Amazon " पर उपलब्ध है| आप सब से अनुरोध है कृपा कर के उसे अपने समय से नवाज़ें |
जो भी अवतारी हुए, कब कर्म पर भारी हुए । जो भी अवतारी हुए, कब कर्म पर भारी हुए ।
तब ही वो लाल पीले दांत बेवजह सबको दिखता है। वो अल सुबह… तब ही वो लाल पीले दांत बेवजह सबको दिखता है। वो अल सुबह…
लाल सुर्ख उंनींदी आँखें तेरी आँखें मेरी आँखें। लाल सुर्ख उंनींदी आँखें तेरी आँखें मेरी आँखें।
जंगल सुधरे, वायु सुधरी, सुधरा गगन विशाल है संदेश अनोखा रब का, रख लो इनका ध्यान! जंगल सुधरे, वायु सुधरी, सुधरा गगन विशाल है संदेश अनोखा रब का, रख लो इनका ध्या...
प्रेम मुझे इंसान बना दो पत्थर का एक बुत बस मैं हूँ प्रेम मुझे इंसान बना दो पत्थर का एक बुत बस मैं हूँ
अपनी भूख छुपाने को वो गुटखा चबाता है।। वो अल सुबह अपनी भूख छुपाने को वो गुटखा चबाता है।। वो अल सुबह