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कुछ दिन मैं ज़मीन पे ही सोया करता हूं मुझे एहसास हो की तुम लेटी हो ऊपर कुछ दिन मैं ज़मीन पे ही सोया करता हूं मुझे एहसास हो की तुम लेटी हो ऊपर
तुम कृष्ण में यादव ढूंढ़ते हो तुम दलित - शूद्र ना छूते हो तुम संपत्ति ओढ़े बैठे हो तुम कृष्ण में यादव ढूंढ़ते हो तुम दलित - शूद्र ना छूते हो तुम संपत्ति ओढ़े...
कौन सा पौरूष, कैसा दमखम जो मुझको भीतर ही खा जाए मैं एक जानवर को भगवान मान लूं कौन सा पौरूष, कैसा दमखम जो मुझको भीतर ही खा जाए मैं एक जानवर को भगवान मान ...
कहां वेदों की ऋचाएं, पुराण कभी हमने महाकाव्य रचा मिट्टी, ईंट फिर गगन तलक स्तंभों का कहां वेदों की ऋचाएं, पुराण कभी हमने महाकाव्य रचा मिट्टी, ईंट फिर गगन तलक ...
दिल का ऐतबार अब रोज होता है आने वाला पल अब कैद होता है पल दो पल के शायर अब विलुप्त है दिल का ऐतबार अब रोज होता है आने वाला पल अब कैद होता है पल दो पल के शायर अब...
रोए जो शामो सुबह दिन रतिया तुम्हरे सीने पर जो सिर रखिया प्यारी सी लोड़ी रोए जो शामो सुबह दिन रतिया तुम्हरे सीने पर जो सिर रखिया प्यारी सी लो...
डांट तुम्हारी जीवन दिखलाती बेखौफ मजबूत इंसान बनाती डांट तुम्हारी जीवन दिखलाती बेखौफ मजबूत इंसान बनाती