उलझे हुए धाँगों की सीधी डोर हूँ।
अब मैं अपनी लड़ाई लडूँगा बिन लड़े हार नहीं मानूँगा। अब मैं अपनी लड़ाई लडूँगा बिन लड़े हार नहीं मानूँगा।
पापा आप ऐसे कैसे कर सकते हैं। इस नालायक बेटे को आपने सब कुछ दे दिया और मैं.. पापा आप ऐसे कैसे कर सकते हैं। इस नालायक बेटे को आपने सब कुछ दे दिया और मैं..
सबके दबाब में शालिनी को अपनी अजन्मी बेटी को खोना पड़ा। उसका दर्द कोई समझ ही नहीं पाया। सबके दबाब में शालिनी को अपनी अजन्मी बेटी को खोना पड़ा। उसका दर्द कोई समझ ही नहीं...
माँ जी मैं अलगाव नहीं चाहती और ना ही अपने बच्चे से बाप का प्यार छीन ना चाहती हूँ। माँ जी मैं अलगाव नहीं चाहती और ना ही अपने बच्चे से बाप का प्यार छीन ना चाहती हूँ...
पल पल मरने से, उसने एक बार ही पीड़ा सहना स्वीकार किया। पल पल मरने से, उसने एक बार ही पीड़ा सहना स्वीकार किया।
अच्छा, मैंने तो सुना है बहू बहुत गुणी है। नौकरी भी अच्छी करती है और स्वभाव भी सरल है अच्छा, मैंने तो सुना है बहू बहुत गुणी है। नौकरी भी अच्छी करती है और स्वभाव भी सर...
अब मैं प्रवासी भारतीय नहीं भारतीय बनकर रहना चाहता हूँ। अब मैं प्रवासी भारतीय नहीं भारतीय बनकर रहना चाहता हूँ।
कढ़ाई के पीस देने दुकान पर गयी तो वहीं बाज़ार में उसके पति ने उसे देख लिया कढ़ाई के पीस देने दुकान पर गयी तो वहीं बाज़ार में उसके पति ने उसे देख लिया
आज उसके हाथ में अपनी पहली जॉब का अपॉइंटमेंट लेटर था। आज उसके हाथ में अपनी पहली जॉब का अपॉइंटमेंट लेटर था।
तब समझ आया जिंदगी की छोटी छोटी खुशियाँ तो मैं भूल ही गई थी। तब समझ आया जिंदगी की छोटी छोटी खुशियाँ तो मैं भूल ही गई थी।