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कुछ अनिवार्यताओं को कभी जरूरी समझा ही नहीं गया कुछ अनिवार्यताओं को कभी जरूरी समझा ही नहीं गया
प्रेम नहीं छलता कभी भी दायित्वों को, मुंह नहीं फेरता जिम्मेदारियों से, नज़रें नहीं चुराता कभी... प्रेम नहीं छलता कभी भी दायित्वों को, मुंह नहीं फेरता जिम्मेदारियों से, न...
पर जब प्रत्याशाओं की डोर टूटती है तो दर्द तो होता ही है बहुत चाहा था कि, मन बांध कर ही रहूँ इस रि... पर जब प्रत्याशाओं की डोर टूटती है तो दर्द तो होता ही है बहुत चाहा था कि, मन ब...
मुझे उस पल, उस क्षण में जीना है, चहुँओर जहाँ पर प्रेम फले...! मुझे उस पल, उस क्षण में जीना है, चहुँओर जहाँ पर प्रेम फले...!
उपेक्षा दर्द देती है तिरस्कृत करती है... उपेक्षा दर्द देती है तिरस्कृत करती है...
मरने के बाद नहीं मुझे जीते जी ही इंसाफ चाहिए...! मरने के बाद नहीं मुझे जीते जी ही इंसाफ चाहिए...!
ये जीवन जीना भी तो एक आदत ही है. तो कहीं ये प्रेम की भी तो आदत नहीं हो गई है हमें ! ये जीवन जीना भी तो एक आदत ही है. तो कहीं ये प्रेम की भी तो आदत नहीं हो गई है हम...