काशी हिंदू विश्वविद्यालय मे शोधार्थी
इधर यूँ बैठे हैं कुछ कर नहीं सकते, उधर msg पे blue टिक नहीं है। इधर यूँ बैठे हैं कुछ कर नहीं सकते, उधर msg पे blue टिक नहीं है।
इधर सोचूं और वो जान ले एक खबरी हो मन की तरह। इधर सोचूं और वो जान ले एक खबरी हो मन की तरह।
मैंने कहा था मैंने देखी है पहाड़ों पर लकड़ी ढोती स्त्री और उनकी बच्चियां मैंने कहा था मैंने देखी है पहाड़ों पर लकड़ी ढोती स्त्री और उनकी बच्चियां
कितनी शिद्दत से चाहता है कोई तुम्हें फिर भी कितना प्रेम करते हो ? कितनी शिद्दत से चाहता है कोई तुम्हें फिर भी कितना प्रेम करते हो ?