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जरा तमीज़ से समेटना , बुझे दियों को दोस्तों .. जरा तमीज़ से समेटना , बुझे दियों को दोस्तों ..
लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पूछ्ते हैं, "और कितना वक़्त लगेगा" लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पूछ्ते हैं, "और कितना वक़्त लगेगा"
#द लास्ट पेज ऑफ़ माय लाइफ था मैं नींद में और. मुझे इतना सजाया जा रहा था.... #द लास्ट पेज ऑफ़ माय लाइफ था मैं नींद में और. मुझे इतना सजाया जा रहा था....
'वो इन्सान ही सच्चा इन्सान होता है, जिसकी प्रकृति दीपक की तरह होती है, जो खुद जलकर भी दुसरो को उजला ... 'वो इन्सान ही सच्चा इन्सान होता है, जिसकी प्रकृति दीपक की तरह होती है, जो खुद जल...