पाठक लेखक शिक्षक संपादक शोधार्थी
सोने की चिड़िया था भारत, अब फिर सोने की चिड़िया होगा।। सोने की चिड़िया था भारत, अब फिर सोने की चिड़िया होगा।।
तब स्वप्न फिर न स्वप्न रहेगा, रंगीन स्वप्न स्वतंत्रता। तब स्वप्न फिर न स्वप्न रहेगा, रंगीन स्वप्न स्वतंत्रता।
उसका आना बसन्त का अहसास देता है।। मैं इंतजार करता हूँ उसके आने का बसन्त से बसन्त तक। उसका आना बसन्त का अहसास देता है।। मैं इंतजार करता हूँ उसके आने का बसन्त से ...
एक वसन्त जो अनुभूत करा सके वसन्त की स्नेह फुहार। एक वसन्त जो अनुभूत करा सके वसन्त की स्नेह फुहार।
कहती है न थमों उर्जा संग सदा रहती है। कहती है न थमों उर्जा संग सदा रहती है।
उम्मीद को थामे अस्तित्व की सम्भावना युक्त। उम्मीद को थामे अस्तित्व की सम्भावना युक्त।