शिव वंदना
शिव वंदना
शिवा-शक्ति-शोधक शमन कर रहा हूँ,
हरे-हर-हुताशन हवन कर रहा हूँ।
अखिलविश्व-अन्तक अनन्तिम-अनन्तक
अमर-आणविक अध्ययन कर रहा हूँ।।
चराचर-चिदानन्द-चेतक-चिरन्तन
चरम-चक्र-चिन्तन च्यवन कर रहा हूँ।।
सुगम-सार-सर्जक सुधा-सृष्टि-साधक
सहज-सिक्त-सम्यक् सुमन कर रहा हूँ।।
प्रखर-प्रेरणा प्रेत्य-प्रेरक-प्रचारक
प्रकर्षित-प्रणय प्रासवन कर रहा हूँ।।
विनय-वेश-वपु-वाच-विद्या-विशारद
वरदहस्त वन्दन वपन कर रहा हूँ।।
गरल-गीतिका-गीत-गुरु-गलविलाधी
गगन-गेह-गोप्ता गमन कर रहा हूँ।।
निरन्तर-निलय-नित्य-नीरव-नियन्ता
निपुण-नील-नीरज नमन कर रहा हूँ।।
शिवा-शक्ति-शोधक शमन कर रहा हूँ
हरे-हर-हुताशन हवन कर रहा हूँ।।
अखिलविश्व-अन्तक अनन्तिम-अनन्तक
अमर-आणविक अध्ययन कर रहा हूँ।।
चराचर-चिदानन्द-चेतक-चिरन्तन
चरम-चक्र-चिन्तन च्यवन कर रहा हूँ।।
सुगम-सार-सर्जक सुधा-सृष्टि-साधक
सहज-सिक्त-सम्यक् सुमन कर रहा हूँ।।
प्रखर-प्रेरणा प्रेत्य-प्रेरक-प्रचारक
प्रकर्षित-प्रणय प्रासवन कर रहा हूँ।।
विनय-वेश-वपु-वाच-विद्या-विशारद
वरदहस्त वन्दन वपन कर रहा हूँ।।
गरल-गीतिका-गीत-गुरु-गलविलाधी
गगन-गेह-गोप्ता गमन कर रहा हूँ।।
निरन्तर-निलय-नित्य-नीरव-नियन्ता
निपुण-नील-नीरज नमन कर रहा हूँ।।