आप पढ़े लिखे नहीं थे आप अँगूठा लगाया करते थे। आप पढ़े लिखे नहीं थे आप अँगूठा लगाया करते थे।
समाज संरचना में पारिवारिक संबंध इस रूप से ही गुने-बुने होते हैं। समाज संरचना में पारिवारिक संबंध इस रूप से ही गुने-बुने होते हैं।
आदर्श जी सभी प्रतिनिधियों को बड़े सम्मान से बैठाकर जलपान कराया । आदर्श जी सभी प्रतिनिधियों को बड़े सम्मान से बैठाकर जलपान कराया ।