ले नहीं पाती हवायें, साँस सुख कीबाग मे पतझड तो है सावन नही हैकौन समझे दुख में डूबी खनखनाहटहथकडी है ह... ले नहीं पाती हवायें, साँस सुख कीबाग मे पतझड तो है सावन नही हैकौन समझे दुख में डू...
देश में स्वार्थी तत्व बहका कर दंगे भड़का रहे हैं। इससे अपने ही देश और समाज के सेंटीमेंट्स बुरी तरह प... देश में स्वार्थी तत्व बहका कर दंगे भड़का रहे हैं। इससे अपने ही देश और समाज के से...