कामनाओं की पूर्ति न होना, मनुष्य में अवसाद का कारण बनता है। कामनाओं की पूर्ति न होना, मनुष्य में अवसाद का कारण बनता है।
जन समूह को वृक्षारोपण के लिए, प्रेरित करने जाना है। जन समूह को वृक्षारोपण के लिए, प्रेरित करने जाना है।
जैसे रामसेतु से गिलहरी को याद किया जाता हैं I जैसे रामसेतु से गिलहरी को याद किया जाता हैं I
आज मेरा ये आखिरी खत है उनके नाम पर अफसोस उन्हे ये भी नहीं मिलेगा। आज मेरा ये आखिरी खत है उनके नाम पर अफसोस उन्हे ये भी नहीं मिलेगा।
आखिर आज क्या हाथ लगा। लड़किया जिम्मेदारी है तो उसे एक जिम्मेदार के हाथ ही सौपे। आखिर आज क्या हाथ लगा। लड़किया जिम्मेदारी है तो उसे एक जिम्मेदार के हाथ ही सौपे।
ओर समझने की कोशिश करता तो शायद आज माया भी हम सबके बीच होती। ओर समझने की कोशिश करता तो शायद आज माया भी हम सबके बीच होती।