चतुर लोमड़ी बकरी की पीठ पर चढ़ गई और कुएं से बाहर निकल गई। चतुर लोमड़ी बकरी की पीठ पर चढ़ गई और कुएं से बाहर निकल गई।
लेखक: विताली बिआन्की अनुवाद: आ। चारुमति रामदास लेखक: विताली बिआन्की अनुवाद: आ। चारुमति रामदास
अब पैर न उठें तो दुनियां ही लुढ़के, गति तो है ! अब पैर न उठें तो दुनियां ही लुढ़के, गति तो है !
लेकिन इंसानों के पास जाना तो खतरनाक है। लेकिन इंसानों के पास जाना तो खतरनाक है।