मैंने जैसै चाहा खेला और आज जिंदगी खिलखिलाकर हंस रही है। जिंदगी आज तेरे करीब आकर समझा मौत क्या है और ... मैंने जैसै चाहा खेला और आज जिंदगी खिलखिलाकर हंस रही है। जिंदगी आज तेरे करीब आकर ...
मां सौतेली होकर भी सौतेली नहीं रही मगर पिता सौतेले से भी बदतर था, बहुत गुस्सा करता था, जब-तब बच्चों ... मां सौतेली होकर भी सौतेली नहीं रही मगर पिता सौतेले से भी बदतर था, बहुत गुस्सा कर...
लड़कों की ख़ुशी जायज़ थी। लेकिन लड़कियों का शरमाना और मुंह छिपा कर हंसना समझ में बिलकुल नहीं आया। क्... लड़कों की ख़ुशी जायज़ थी। लेकिन लड़कियों का शरमाना और मुंह छिपा कर हंसना समझ में...