सुबह का भुला शाम को घर आ जाए तो उसे भुला नहीं कहते सुबह का भुला शाम को घर आ जाए तो उसे भुला नहीं कहते
दूसरी आंख पूरी तरह ख़राब हो चुकी थी। इस दिल में अभी और भी ज़ख्मों की जगह है ! दूसरी आंख पूरी तरह ख़राब हो चुकी थी। इस दिल में अभी और भी ज़ख्मों की जगह है ...
तू मुझसे मदद मांग रहा है? मैं कहीं सपना तो नहीं देख रहा? तू मुझसे मदद मांग रहा है? मैं कहीं सपना तो नहीं देख रहा?