प्रेम के अस्तित्व को सार्थक करते हुए मुस्कुराते हुए नए सफर की शुरुआत कर रहे थे। प्रेम के अस्तित्व को सार्थक करते हुए मुस्कुराते हुए नए सफर की शुरुआत कर रहे थे।
शिखर सरीन भी अपने दोस्त को न पहचान पाने की सज़ा भुगत रहें ताउम्र। शिखर सरीन भी अपने दोस्त को न पहचान पाने की सज़ा भुगत रहें ताउम्र।
दूसरी आंख पूरी तरह ख़राब हो चुकी थी। इस दिल में अभी और भी ज़ख्मों की जगह है ! दूसरी आंख पूरी तरह ख़राब हो चुकी थी। इस दिल में अभी और भी ज़ख्मों की जगह है ...