अकेला इन्सान बहुत अच्छा हो सकता है बशर्ते वह भीड़ का हिस्सा न हो.. अकेला इन्सान बहुत अच्छा हो सकता है बशर्ते वह भीड़ का हिस्सा न हो..
वह तो वैसे भी गुज़र जाती है। मुखौटें में भी और मुखौटें में ही। वह तो वैसे भी गुज़र जाती है। मुखौटें में भी और मुखौटें में ही।