दरवाजे से अंदर आती माॅ॑ की आंखों पर पड़ा बेटी-प्रेम का पर्दा उतर चुका था। दरवाजे से अंदर आती माॅ॑ की आंखों पर पड़ा बेटी-प्रेम का पर्दा उतर चुका था।
ऐसे नीच मानसिकता वाले लोगों से अच्छा है कि माँ स्वयं ही बच्चों का पालन पोषण करें। माँ ह ऐसे नीच मानसिकता वाले लोगों से अच्छा है कि माँ स्वयं ही बच्चों का पालन पोषण करें...
सभी कुछ अच्छा जा रहा था कि अचानक से हृदयाघात से रमाकांत जी चल बसे। सभी कुछ अच्छा जा रहा था कि अचानक से हृदयाघात से रमाकांत जी चल बसे।