कोई बस में चढ़ पाए, या न चढ़ पाए, अपनी मंज़िल पर पहुंचे या न पहुंचे, हमें क्या ? कोई बस में चढ़ पाए, या न चढ़ पाए, अपनी मंज़िल पर पहुंचे या न पहुंचे, हमें क्या ?
मनोज को एक खाली क्लास रूम में ले जाते और उसे वहाँ परीक्षा देना पड़ता। मनोज को एक खाली क्लास रूम में ले जाते और उसे वहाँ परीक्षा देना पड़ता।
लेकिन मनोज की हालत दिनों- दिन अती परिश्रम के कारण ढलते जा रही थी. लेकिन मनोज की हालत दिनों- दिन अती परिश्रम के कारण ढलते जा रही थी.
इससे इनके साथियों गांव और आसपास के क्षेत्र में खुशी का माहौल है। इससे इनके साथियों गांव और आसपास के क्षेत्र में खुशी का माहौल है।