प्यार की अद्भुत चमक उन दोनों की आंखों में देखी जा सकती थी। प्यार की अद्भुत चमक उन दोनों की आंखों में देखी जा सकती थी।
सच्ची मित्रता तो निस्वार्थ भाव से क्रियान्वित होती हैं जो कि विचारों के परिवर्तन के सच्ची मित्रता तो निस्वार्थ भाव से क्रियान्वित होती हैं जो कि विचारों के परिवर्तन...
.क्या उन दोनों के बीच कोई " तीसरा " भी अपनी जगह बनाने के लिए बेताब था ? .क्या उन दोनों के बीच कोई " तीसरा " भी अपनी जगह बनाने के लिए बेताब था ?