"होगी ही, कब तक बागों में मिलते रहेंगे बेचारे?" सिद्धांत ने कहा। "होगी ही, कब तक बागों में मिलते रहेंगे बेचारे?" सिद्धांत ने कहा।
मनन उसके सिर पर हाथ फिराता हुआ उसे दिलासा देता रहा। मनन उसके सिर पर हाथ फिराता हुआ उसे दिलासा देता रहा।
सायरा यूसुफ मयी होकर रहीं और उनके दिलीप साहेब बन गए ... "साहेब सायराना" सायरा यूसुफ मयी होकर रहीं और उनके दिलीप साहेब बन गए ... "साहेब सायराना"
बूढ़े हो चुके उस व्यक्ति ने बेहद खुफिया तरीके से मुझे एक राज की बात भी बताई। बूढ़े हो चुके उस व्यक्ति ने बेहद खुफिया तरीके से मुझे एक राज की बात भी बताई।
ये युवा भी मुझसे जुड़ जाते और बेहद आत्मीय व्यवहार करते। ये युवा भी मुझसे जुड़ जाते और बेहद आत्मीय व्यवहार करते।
कुछ दिनों बाद वह रूही से मिलता है और शादी के लिए प्रपोज करता है। वे गले मिलते हैं और घर कुछ दिनों बाद वह रूही से मिलता है और शादी के लिए प्रपोज करता है। वे गले मिलते है...