नगर के बाहर स्थित शिव मंदिर में ताम्रचूड़ नामक एक संन्यासी रहता था। वह नगर में भिक्षा माँगकर सुखपूर्व... नगर के बाहर स्थित शिव मंदिर में ताम्रचूड़ नामक एक संन्यासी रहता था। वह नगर में भि...
"होगी ही, कब तक बागों में मिलते रहेंगे बेचारे?" सिद्धांत ने कहा। "होगी ही, कब तक बागों में मिलते रहेंगे बेचारे?" सिद्धांत ने कहा।