लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : अलेक्सान्द्र कूप्रिन अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
मिस्टर स्मिथ ने ऐसा किया होता तो,आज पांच जिंदगियां नष्ट हो चुकी होतीं। मैं क्या कहती , मिस्टर स्मिथ ने ऐसा किया होता तो,आज पांच जिंदगियां नष्ट हो चुकी होतीं। मैं क्...
तबस्सुम चौक गई-"क्या कल ईद है?अरे यार मैं तो बिल्कुल ही भूल गई। तबस्सुम चौक गई-"क्या कल ईद है?अरे यार मैं तो बिल्कुल ही भूल गई।