फोन की बेल से मेरी नींद खुली और सपना चूर चूर हो गया... फोन की बेल से मेरी नींद खुली और सपना चूर चूर हो गया...
अब ना तो "जावेद चिच्चा" कुछ बोल पा रहे हैं और ना ही "नसीर भाई" । अब ना तो "जावेद चिच्चा" कुछ बोल पा रहे हैं और ना ही "नसीर भाई" ।
अब बोल भी दीजिए नहीं तो बदहजमी हो जाएगी अब बोल भी दीजिए नहीं तो बदहजमी हो जाएगी