सब कुछ रंगों में निहित हैं। जीवन एक इंद्रधनुष से सज्जित हैं। खुले आकाश में। सब कुछ रंगों में निहित हैं। जीवन एक इंद्रधनुष से सज्जित हैं। खुले आकाश में।
उदय वहाँ रखी चारपाई में लेता और खुद को तुरंत नींद के हवाले कर दिया। उदय वहाँ रखी चारपाई में लेता और खुद को तुरंत नींद के हवाले कर दिया।
खत बराबर लिखते रहना मैं मजे में हूँ खत बराबर लिखते रहना मैं मजे में हूँ
मामा जी ने एक संपन्न घर में रिश्ता तय किया, और उसके लाख मना करने पर भी शादी कर दी गई मामा जी ने एक संपन्न घर में रिश्ता तय किया, और उसके लाख मना करने पर भी शादी कर द...