क्यों हर बार दर्द और ग्लानि लड़की के ही हिस्से आता है। क्यों हर बार दर्द और ग्लानि लड़की के ही हिस्से आता है।
ज्यादा ना उड़ आज तो तेरे पंख काटने है। उसका हाथ गर्दनके पीछे गया और गलेमें बंधी जंजीरसे लटकती कुल्हा... ज्यादा ना उड़ आज तो तेरे पंख काटने है। उसका हाथ गर्दनके पीछे गया और गलेमें बंधी ...