उस गरीब की ईमानदारी देखकर देवदूत बहुत प्रसन्न हुआ। उस गरीब की ईमानदारी देखकर देवदूत बहुत प्रसन्न हुआ।
ज्यादा ना उड़ आज तो तेरे पंख काटने है। उसका हाथ गर्दनके पीछे गया और गलेमें बंधी जंजीरसे लटकती कुल्हा... ज्यादा ना उड़ आज तो तेरे पंख काटने है। उसका हाथ गर्दनके पीछे गया और गलेमें बंधी ...
दो दिन पहले जब से एक लकड़हारे को काँधे पर कुल्हाड़ी लिए यहां से उस ओर जाते देखा है, तब से तमाम कोलाह... दो दिन पहले जब से एक लकड़हारे को काँधे पर कुल्हाड़ी लिए यहां से उस ओर जाते देखा ...