बहुत से परिजन हमारे अपने इस महामारी की चपेट में आ गए हैं बहुत से परिजन हमारे अपने इस महामारी की चपेट में आ गए हैं
मेजर समर्थ ने अपनी वो तिरंगा लहराने की ख्वाहिश को पूरा करते हुए शहीद हो गया। मेजर समर्थ ने अपनी वो तिरंगा लहराने की ख्वाहिश को पूरा करते हुए शहीद हो गया।
पर ये कोई अंत नहीं एक शुरूआत थी एक पूरी कहानी की। पर ये कोई अंत नहीं एक शुरूआत थी एक पूरी कहानी की।
जिसके कारण वह औजारों के बदले हथियार बना रहा था। जिसके कारण वह औजारों के बदले हथियार बना रहा था।
मेरे समझ से तो परे है। भगवान ! सबको सद्बुद्धि दो। मेरे समझ से तो परे है। भगवान ! सबको सद्बुद्धि दो।
वह प्यार के साथ साथ ज़िंदगी का ख्याल भी रखेगा, सब ठीक रहेगा यदि जंग न हो। वह प्यार के साथ साथ ज़िंदगी का ख्याल भी रखेगा, सब ठीक रहेगा यदि जंग न हो।